tag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post6749917468259175985..comments2024-01-02T22:07:29.922-08:00Comments on आखर कलश: मैं नीर भरी दुःख की बदली!Narendra Vyashttp://www.blogger.com/profile/12832188315154250367noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-1623406618180551962011-03-26T04:52:21.170-07:002011-03-26T04:52:21.170-07:00महा देवी जी को पढना बहुत ही सुखद लगता है ,मन अभिभ...महा देवी जी को पढना बहुत ही सुखद लगता है ,मन अभिभूत हुआ यह उन्हें पढ़ कर .....नमनरचना प्रवेशhttps://www.blogger.com/profile/04303836897391156919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-27260394033182928492011-03-26T02:38:40.973-07:002011-03-26T02:38:40.973-07:00महादेवी जी की रचनाएं पढ़ने का सौभाग्य आपके माध्य...महादेवी जी की रचनाएं पढ़ने का सौभाग्य आपके माध्यम से मिला ...<br /><br />बहुत ही अच्छा लगा ...बधाई इस प्रस्तुति के लिये ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-81180519305639431512011-03-25T23:28:11.140-07:002011-03-25T23:28:11.140-07:00महादेवी जी को पढ़कर मन अभिभूत हो गया |आखर कलश को ब...महादेवी जी को पढ़कर मन अभिभूत हो गया |आखर कलश को बधाई और शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-91979312500071926532011-03-25T20:55:36.196-07:002011-03-25T20:55:36.196-07:00विस्तृत नभ का कोई कोना
मेरा न कभी अपना होना
परिचय ...विस्तृत नभ का कोई कोना<br />मेरा न कभी अपना होना<br />परिचय इतना इतिहास यही<br />उमटी कल थी मिट आज चली !<br />मैं नीर भरी दुःख की बदली !... महादेवी जी को याद करके आपने हिंदी साहित्य को नमन किया है और हमें भी एक महत्पूर्ण अवसर दिया है कि महादेवी जी की इन रचनाओं के सारगर्भित सागर की लहरों को छू लेंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com