tag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post3442760588505748327..comments2024-01-02T22:07:29.922-08:00Comments on आखर कलश: डॉ. नन्द किशोर आचार्य की कविताएँNarendra Vyashttp://www.blogger.com/profile/12832188315154250367noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-59598974439403718672010-12-14T12:34:23.300-08:002010-12-14T12:34:23.300-08:00फिर भी यात्रा में हूँ |
Zeevan ki pagdandion par...फिर भी यात्रा में हूँ |<br /><br /> Zeevan ki pagdandion par chalna hamari athak yatra ka sjeev chitr ..Bahut sunderDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-64722768766930318602010-12-13T05:14:42.182-08:002010-12-13T05:14:42.182-08:00चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल म...चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल मंगलवार 14 -12 -2010 <br />को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..<br /><br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-29853343223896909762010-12-13T05:14:27.850-08:002010-12-13T05:14:27.850-08:00पाँचों कविताएँ बहुत भाव प्रवण..पाँचों कविताएँ बहुत भाव प्रवण..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-21695968552536970392010-12-12T07:39:40.571-08:002010-12-12T07:39:40.571-08:00सभी रचनाएं एक से बढ़कर एक हैं, आखर कलश परिवार को इस...सभी रचनाएं एक से बढ़कर एक हैं, आखर कलश परिवार को इस प्रकाशन के लिए बधाई.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-74359904928219386952010-12-12T03:58:52.311-08:002010-12-12T03:58:52.311-08:00बेहतरीन!बेहतरीन!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-57966970569355135172010-12-11T08:18:23.234-08:002010-12-11T08:18:23.234-08:00पुकारता हूँ- ईश्वर
मृत्यु का करना होता
जब भी कोई ब...पुकारता हूँ- ईश्वर<br />मृत्यु का करना होता<br />जब भी कोई बखान<br /><br />व्यंजना में होता है सच<br />सच में नहीं होता जो<br />मिलने में जाता खो |<br />बहुत सुंदर अनुभूति! नंद किशोर जी की कविताओं को पुन: यहां पढना पुन: उस कविता में होकर गुजरना हैनवनीत पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14332214678554614545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7334972987523809834.post-24114917605257138862010-12-11T08:15:41.252-08:002010-12-11T08:15:41.252-08:00डॉ. आचार्य जी की कवितायेँ पढ़ कर अच्छा लगा.. पहली ...डॉ. आचार्य जी की कवितायेँ पढ़ कर अच्छा लगा.. पहली कविता जीवन की यात्रा का प्रतीक बनकर उभरी है... पहली तीन पंक्तियाँ है सब कुछ कह जाती हैं... "न गंतव्य चुना मैंने<br /> न रास्ता<br />-प्रयोजन भी नहीं-<br />फिर भी यात्रा में हूँ |"....<br />आखर कलश की उपलब्धि मानता हु कि इतने प्रतिष्टित कवियों को ब्लॉग की दुनिया में ला रहे हैं..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com